भिवानी-भारत के जानेमाने समाजसेवी अन्ना हजारे का कहना है कि देश में लोकतंत्र इस समय ख़तरे में है।
भिवानी में एक कार्यक्रम में हजारे ने आरोप लगाते हुए कहा कि लोकसभा एवं राज्यसभा में विधेयक बिना चर्चा के पास हो रहे हैं।
समाचार जगत के अनुसार उन्होंने कहा कि बिना चर्चा के विधेयक पास होना लोकतंत्र के लिए गंभीर ख़तरा है। अन्ना हज़ारे का कहना था कि आज केन्द्र सरकार जिस दिशा में जा रही है उसे लोकतंत्र के बजाय हुकुमतंत्र कह सकतेग है। हज़ारे का कहना था कि केन्द्र सरकार, आश्वासन अधिक देती है और काम कम करती है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार एक तरफ तो भ्रष्टाचार खत्म करने का प्रचार करती है और दूसरी तरफ भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों व नेताओं के लिए कानून कमजोर किए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आज बिना चर्चा के लोकसभा एवं राज्यसभा में लोकपाल को कमजोर करने के विधेयक पास हो रहे हैं। उन्होने आरोप लगाया कि सरकार के खाने व दिखाने के दांत अलग-अलग हैं। अन्ना हज़ारे ने कहा कि 30 दिनों में काला धन लाने के नाम पर भाजपा ने केन्द्र में सरकार बनाई लेकिन सरकार नहीं बताती कि कितना कालाधन आया।
अन्ना हजारे ने एक बार फिर किसानों एवं जवानों से लड़ाई के लिए मार्च में दिल्ली के रामलीला मैदान में आंदोलन शुरु करने की बात कही है। हजारे ने कहा कि चार साल पहले जनता के दबाव में ही लोकपाल सहित 7 क़ानून पास हुए थे।
भिवानी में एक कार्यक्रम में हजारे ने आरोप लगाते हुए कहा कि लोकसभा एवं राज्यसभा में विधेयक बिना चर्चा के पास हो रहे हैं।
समाचार जगत के अनुसार उन्होंने कहा कि बिना चर्चा के विधेयक पास होना लोकतंत्र के लिए गंभीर ख़तरा है। अन्ना हज़ारे का कहना था कि आज केन्द्र सरकार जिस दिशा में जा रही है उसे लोकतंत्र के बजाय हुकुमतंत्र कह सकतेग है। हज़ारे का कहना था कि केन्द्र सरकार, आश्वासन अधिक देती है और काम कम करती है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार एक तरफ तो भ्रष्टाचार खत्म करने का प्रचार करती है और दूसरी तरफ भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों व नेताओं के लिए कानून कमजोर किए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आज बिना चर्चा के लोकसभा एवं राज्यसभा में लोकपाल को कमजोर करने के विधेयक पास हो रहे हैं। उन्होने आरोप लगाया कि सरकार के खाने व दिखाने के दांत अलग-अलग हैं। अन्ना हज़ारे ने कहा कि 30 दिनों में काला धन लाने के नाम पर भाजपा ने केन्द्र में सरकार बनाई लेकिन सरकार नहीं बताती कि कितना कालाधन आया।
अन्ना हजारे ने एक बार फिर किसानों एवं जवानों से लड़ाई के लिए मार्च में दिल्ली के रामलीला मैदान में आंदोलन शुरु करने की बात कही है। हजारे ने कहा कि चार साल पहले जनता के दबाव में ही लोकपाल सहित 7 क़ानून पास हुए थे।
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