एक बार फिर से सुप्रीम कोर्ट को ताजमहल की चिंता फिर से को सताने लगी है. सुप्रीम कोर्ट ने ताजमहल के आसपास की गतिवधियों पर सवाल उठाए हैं और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को भी कड़ी फटकार लगाई है. वही सुप्रीम कोर्ट विजन डॉक्यूमेंट दाखिल न करने से भी नाराज है.इस डॉक्यूमेंट में ताज को पर्यावरण से हो रहे नुकसान से बचाने के उपायों पर बात की जानी है. सुप्रीम कोर्ट ने उत्‍तर प्रदेश की योगी सरकार से ताजमहल के आसपास लगाए गए पौधों की संख्‍या के और विजन डॉक्‍यूमेंट जमा करने के लिए कहा है


इसके अलावा ताजमहल के आसपास के क्षेत्र में चमड़े और कांच की फैक्‍ट्रियों पर भी जानकारी मांगी है. सुप्रीम कोर्ट ने साफ तौर से कहा कि ताजमहल को लेकर कोर्ट चिंतित है.साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को फटकार लगाते हुए कहा- ताज के आसपास होटल, फैक्ट्री इत्यादि की बाढ़ सी आ गई है. पेड़ काटे जा रहे हैं,सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जब तक सरकार उनके समक्ष विजन डॉक्यूमेंट दायर नहीं करती, तब तक ताज के आस-पास किसी भी तरह के निर्माण की अनुमति नहीं दी जायगी. चाहे आगरा वाटर सप्लाई की पाइपलाइन की ही बात क्यों न हो,सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पाइप लाइन को डालने के लिए पेड़ पौधों को काट तो दिया जाता है लेकिन उनकी जगह नए पेड़ पौधे नही लगाए जाते है।

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